सात साल के निचले स्तर पर
रिपोर्ट के अनुसार उभरती अर्थव्यवस्थाओं (EMs) की तुलना में भारत की जीडीपी दर काफी ऊंची रहती है और काफी गैप रहता है, लेकिन इस साल यानी वित्त वर्ष 2019-20 में यह अंतर सात साल के निचले स्तर सिर्फ 1.1 फीसदी का ही रह सकता है.
विकसित देशों से बढ़त 18 साल के निचले स्तर पर
IMF की रिपोर्ट के अनुसार, अगर यूरोप, अमेरिका, जापान जैसे विकसित देशों से तुलना करें तो भारत की जीडीपी में बढ़त की चाल और बदतर लग रही है. इन विकसित देशों के मुकाबले भारत की जीडीपी में ऊंचाई का एक गैप दिख रहा था वह 18 साल के निचले स्तर तक पहुंच गया है.
गौरतलब है कि स्थिर कीमतों पर (जिसे रियल जीडीपी कहते हैं) इस वित्त वर्ष 2019-20 में भारत के जीडीपी में बढ़त महज 5 फीसदी होने का अनुमान है. भारत इसके पिछले साल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था था जब जीडीपी ग्रोथ 6.8 फीसदी की हुई थी. लेकिन इस साल उससे यह तमगा छिन जाएगा और फिर चीन नंबर वन पायदान पर हो जाएगा, जिसकी 2019 में बढ़त दर 6 फीसदी के आसपास रही है.