देश में पहली बार लगातार 9 दिन तक कोई यात्री ट्रेन नहीं चलेगी। पिछले 11 दिनों में कोरोनावायरस के करीब 250 मामले सामने आने और 6 लोगों की मौत के बाद रेलवे बोर्ड ने रविवार को यह फैसला लिया। रेलवे के मुताबिक, 22 मार्च आधी रात से 31 मार्च की आधी रात तक सिर्फ मालगाड़ियां ही चलेंगी। रेलवे 12500 यात्री ट्रेनें चलाता है, जिसमें हर दिन औसतन 2.3 करोड़ लोग सफर करते हैं। इस बीच, कैबिनेट सेक्रेटरी ने रविवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को निर्देश दिए कि मेट्रो सर्विसेस और इंटर स्टेट बसों को भी 31 मार्च तक रोक दिया जाए।
रेलवे 9000 पैसेंजर ट्रेनें और 3500 मेल-एक्सप्रेस हर दिन चलाता है। इनमें लंबी दूरी वाली मेल/एक्सप्रेस, इंटरसिटी ट्रेनें, प्रीमियम ट्रेनें और पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। इससे पहले जनता कर्फ्यू के मद्देनजर रेलवे ने कहा था कि शनिवार आधी रात से रविवार रात 10 बजे तक देश के किसी भी स्टेशन से कोई ट्रेन नहीं चलेगी। रविवार को देशभर में 2400 पैसेंजर और लंबी दूरी की 1300 एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं चलाई गईं। रेलवे ने कोलकाता मेट्रो को भी रविवार आधी रात से 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया है। रविवार तड़के 4 बजे से पहले जो ट्रेनें शुरू हो चुकी थीं, वे अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच जाएंगी।