कोविद-19 महामारी में लॉकडाउन के बीच लोग अपने घरों में है और सोशल मीडिया का काफी इस्तेमाल कर रहे हैं। इन दिनों व्हाट्सऐप इस्तेमाल करने के समय में 40 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी देखी गई है। इस वजह से डाटा ट्रैफिक पर दबाब बढ़ा है। इसके चलते फेसबुक ने अपने इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्ऐप स्टेटेस के वीडियो की लिमिट अब 15 सेकेंड कर दी है। फेसबुक ने अपने नए ट्वीट में लिखा है कि व्हाट्सऐप में स्टेटस अपडेट में वीडियो की लंबाई कम कर रही है। बता दें कि अब तक व्हाट्सऐप पर आप 30 सेकेंड का वीडियो अपलोड कर सकते थे। लेकिन अब इसे कम किया जा रहा है। शॉर्ट स्टेटस वीडियो होने की वजह से डाटा ट्रैफिक पर कम दबाब पड़ेगा और यूजर्स को नेटवर्क कंजेशन और स्लो डाटा जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
भारत में व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं
इस समय भारत में व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से भी ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं। इस इंस्टैंट मैसेजिंग सर्विस का इस्तेमाल इन दिनों लोग आपसे में कनेक्ट रहने के लिए ज्यादा कर रहे हैं। स्टेटस की वीडियो की समय कम कर देने से डाटा की खपत कम की जा सकेगी। इससे पहले अन्य वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स ने भी यूजर्स को मोबाइल नेटवर्क पर लो क्वालिटी की वीडियो स्ट्रीम करना शुरू किया है।
यह भी है वजह
बता दें कि ज्यादातर व्हाट्सऐप यूजर अपने स्टेटस में चीनी ऐप्स टिकटॉक, वीबो और वीमेट के वीडियो अपलोड करते हैं। ऐसे में चीनी कंपनियों की ब्रांडिंग होती और सारा ट्रैफिक भी उधर ही चला जाता है। इन चीनी कंपनियों ने व्हाट्सऐप के हिसाब से ही अपने वीडियो 30 सेकेंड का बना रखा है। अब व्हाट्सऐप अपने यूजर्स को ऑरिजिनल कंटेंट तैयार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यही वजह है कि स्टेट्स में वीडियो सिर्फ 16 सेंकड का बनाया जा रहा है।
ओटीटी प्लेटफार्म पर वीडियो क्वालिटी में भी कमी
बता दें कि सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने सभी OTT (ओवर द टॉप) प्लेटफॉर्म को एचडी और एचडी प्लस कंटेट को मोबाइल नेटवर्क के जरिए स्ट्रीमिंग पर रिस्ट्रिक्शन लगाने के लिए कहा था। जिसके बाद हॉस्टार, नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम और यूट्यूब जैसी कंपनियों ने स्टैंडर्ड डेफिनेशन (SD) में वीडियो दिखाने का फैसला लिया था। इन कंपनियों अपने प्लेटफॉर्म पर एचडी क्वालिटी की वीडियो में कटौती की है।