1200 घरों और अस्पतालों से निकल रहा 575 किलो कोविड वेस्ट, मंडीदीप में कर रहे भस्म

कोरोना संक्रमण के दौरान अस्पतालों के साथ जिन घरों में लोग क्वारेंटाइन किए गए हैं, वहां से निकलने वाले कचरे को भी इंसीनरेटर में जलाया जा रहा है। करीब 1200 घरों से रोजाना 150-175 किलो कोविड वेस्ट निकल रहा है, जबकि अस्पतालों से 350-400 किलो कोविड वेस्ट कलेक्ट हो रहा है। इस वेस्ट को जिस दिन कलेक्ट किया जाता है उसी दिन इंसीनरेट किया जाना जरूरी है। कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल इकट्ठा करने से लेकर उनका इलाज कर रहे अस्पतालों के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट(ईटीपी) भी सतत काम कर रहे हैं। 


जिन इलाकों में पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं उन इलाकों को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर वहां की व्यवस्थाएं प्रशासन अपने हाथ में ले रहा है। इसमें पॉजिटिव मरीजों के घर से कचरे का कलेक्शन भी शामिल है। भोपाल इंसीनरेटर लिमिटेड की तीन गाड़ियां कंटेनमेंट एरिया में जाती हैं। नगर निगम के दरोगा और एएचओ के साथ बायो मेडिकल वेस्ट कलेक्ट करने वाली एक्सपर्ट टीम होम क्वारेंटाइन वाले घरों से कचरा लेती है। इन घरों का साधारण कचरा तो नगर निगम की गाड़ियों में ही जा रहा है। लेकिन मास्क और ऐसा वेस्ट जिससे संक्रमण फैल सकता है उसे भोपाल इंसीनरेटर लिमिटेड की गाड़ियों में कलेक्ट किया जाता है। गौरतलब है कि पूरे भोपाल में 6000 लोग होम क्वारेंटाइन है। एक परिवार में औसतन 5 सदस्य भी माने तो ऐसे 1200 घर हैं, जहां से कोविड वेस्ट निकाला एकत्रित किया जा रहा है।


कोविड अस्पतालों में बायो मेडिकल वेस्ट के कलेक्शन पर नजर रखने के लिए पीसीबी की टीम तैनात है। पीसीबी के रीजनल ऑफिसर एएन मिश्रा के अनुसार सभी अस्पतालों से इकट्ठा होने वाले वेस्ट के आंकड़े और इंसीनरेटर में हो रहे इंसीनरेशन के आंकड़ों का मिलान किया जा रहा है। वेस्ट के कलेक्शन के तरीके पर भी नजर है। अस्पतालों के सीवेज के ट्रीटमेंट की भी जांच की जा रही है। यदि यह सीवेज बिना ट्रीटमेंट चला गया तो उसके साथ कोरोना वायरस तालाबों और अन्य जलस्रोतों के साथ भूजल में भी मिल सकता है। 


राजधानी के अस्पतालों में कोरोना के संदिग्ध और पॉजिटिव मरीजों का सैंपल लेने से लेकर इलाज तक की कार्रवाई चल रही है। वहीं बायो मेडिकल वेस्ट दो तरह से इकट्ठा किया जा रहा है। कोविड वेस्ट को अलग रखा जा रहा है और अस्पताल के शेष बायो मेडिकल वेस्ट को अलग रखा जा रहा है। दोनों को अलग- अलग गाड़ियों से मंडीदीप ले जाया जा रहा है। इन अस्पतालों से लगभग 350-400 किलो कोविड वेस्ट इकट्ठा हो रहा है। मंडीदीप के इंसीनरेटर में एक घंटे में 250 किलो बायो मेडिकल वेस्ट इंसीनरेट होता है।


 


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