भोपाल. कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए ऐशबाग क्षेत्र को भी हाॅटस्पाॅट जोन बनाया गया है। यहां लोग महामारी से किस तरह संक्रमित हुए, उनकी ट्रैवल हिस्ट्री में यह बात साफ नहीं हो सकी है। इस सबके बाद भी लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं भी रखा जा रहा है।
वहीं, पुष्पानगर, बाग फरहत अफजा, बाग उमरावदूल्हा के जिस एरिया को कंटेनमेंट घोषित किया गया है, उसमें भी चहलकदमी जारी है। यहां पुलिस की समझाइश का भी लोगों पर असर कम ही हो रहा है। लोग गलियों से निकलकर रास्ता बना रहे हैं। बैरिकेडिंग को क्रॉस करने में परहेज नहीं है। चिंता इस बात की है कि कुछ लोगों की यह असावधानी पूरे क्षेत्र में कहर बनकर न टूट पड़े, क्योंकि लोग घरों के बाहर बिना मास्क के निकल रहे हैं। हालांकि, कई लोगों ने अपने घरों के सामने के रास्ते खुद ही बंद कर रखे हैं। यह घनी आबादी वाला इलाका है। यहां मजदूर वर्ग बड़ी संख्या में रहता है। इस इलाके में अभी तक 10 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। 700 से ज्यादा लोगों को होम क्वारेंटाइन किया गया है।
कंटेंनमेंट एरिया में इस तरह बरती जा रही लापरवाही...
पुष्पानगर में 80 फिट रोड पर पेट्रोल पंप की ओर से प्रवेश करने करने वाले रास्ते पर की गई बैरिकेडिंग को फांदने में भी लोग परहेज नहीं कर रहे हैं। एक बाइक सवार आया। बाइक खड़ी की और बैरिकेड के ऊपर से छलांग लगाकर 80 फीट रोड पर आ गया। इसी बैरिकेड को खोलकर नगर निगम िलखे चार पहिया वाहन सवार ने अपना वाहन बाहर निकाल लिया। इसी क्षेत्र के एक अन्य रास्ते से भी लोग बैरिकेड के बीच से निकलते रहे।
राशन दुकान के बाहर घेरे में बाेरियां रखकर छांव में बारी का इंतजार
शाहजहांनाबाद इलाके में पीडीएस दुकानों पर रोज 100 से 150 लोगों को खाद्य सामग्री दी जा रही है। अपनी बारी के इंतजार में लोग बोरी आदि चीजें तो घेरे में रख रहे हैं लेकिन खुद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।