भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि इकोनामी पर कोविड—19 के प्रकोप का असर इस बात पर निर्भर करेगा कि यह संकट कितना गहरा है, कितने समय तक रहता है और इस पर किस हद तक काबू पाया जाता है. रिजर्व बैंक इससे निपटने के लिए हर कदम उठाने को तैयार है.
कोरोना संकट की वजह की भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक मार्च महीने में समय से पहले 24-27 मार्च तक हो गई थी. सोमवार को जारी इसके ब्योरे से तमाम बातें सामने आई हैं.
गौरतलब है कि मार्च में हुई इस बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.75 फीसदी की भारी कटौती की थी. इसके अलावा रिजर्व बैंक ने सिस्टम में नकदी प्रवाह बढ़ाने के उपायों की घोषणा की थी ताकि कोरोना के प्रकोप से इकोनॉमी के सामने जो संकट आया है उससे निपटा जा सके.