आज लॉकडाउन का 16वां दिन है। मध्य प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 403 हो चुकी है। इनमें 31 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। भोपाल और इंदौर में कहर बरपा रहा कोरोना अब छोट शहरों में पहुंच गया है। दो दिनों में छोटे शहरों में करीब 24 केस सामने आए। आशंका व्यक्त की जा रही है- जैसे-जैसे छोटे शहरों में सैंपल जांच का दायरा बढे़गा और नए मरीज सामने आएंगे। छोटे शहरों में जो भी संक्रमित मरीज मिले हैं, उनकी हिस्ट्री के अनुसार वे बीते 15 दिन में जमातियों के संपर्क में आए थे। यानी जमातियों ने कोरोना करियर का काम किया।
इंदौर और भोपाल में में बढ़ती मरीजों की संख्या और इनके पड़ोसी जिलों में नए संक्रमित मरीज मिलने के बाद भोपाल, इंदौर और उज्जैन की सीमाओं को सील करने के आदेश दिए गए हैं। 16 दिन से चले आ रहे लॉकडाउन से लोगों को जरूरत के सामान की दिक्कत आने लगी है। पूरे प्रदेश में लोगों को जरूरत का सामान नहीं मिल रहा है, लोग परेशान हैं। सरकार के जरूरी सामान की आपूर्ति में कमी नहीं होने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। भोपाल के कई इलाकों में दूध की किल्लत हो रही है। चार दिन से सब्जी की सप्लाई नहीं हुई है। घरों में किराने का सामान भी खत्म गया है। लोग खाना बनाने की जरूरी चीजों के लिए भी परेशान हैं। ऐसा ही हाल पूरे प्रदेश का है।
इंदौर में बुधवार को एक दिन में 40 नए पॉजिटिव मरीज मिले तो 6 लोगों की मौत हो गई। पॉजिटिव में एक डॉक्टर और 11 माह का बच्चा भी है। शहर में अब 213 पॉजिटिव, जबकि 21 मृतक हो गए हैं। केवल 16 दिन में शहर में 5 से बढ़कर मरीज 200 पार हो गए। एक दिन में 40 पॉजिटिव मरीज और मृत्यु का आंकड़ा भी अब तक का सर्वाधिक है। मौतों के मामले में इंदौर अब मुंबई से ही पीछे रह गया है। मुंबई में अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। शहर में नए इलाकों से मरीज मिल रहे हैं। ये इलाके सुदामा नगर, रूपराम नगर, विंध्याचल नगर, छत्रीपुरा, प्रेम नगर, सीतलामाता बाजार हैं। महू एएसपी और जूनी इंदौर थाने के आरक्षक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
छिंदवाड़ा में अब तक 4 कोरोना पॉजिटिव हो गए। इनमें एक युवक की मौत हो चुकी है। तीन पॉजिटिव को आइसोलेशन में रखा गया है। बताया गया कि कोरोना से मरने वाले युवक के संपर्क में बड़ी बहन और जीजा आए थे, जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। युवक के पिता की रिपोर्ट पहले ही पॉजिटिव आ चुकी है। वाणिज्य कर विभाग में पदस्थ रहा किशनलाल इंदौर में कोरोना का संक्रमण फैलने के बाद छिंदवाड़ा आया था। यहां उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के दो दिन बाद मौत हो गई थी। इसके बाद उसके पिता की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। प्रशासन ने किशनलाल के संपर्क में आए करीब दो दर्जन सैंपल जांच के लिए भेजे थे।