भोपाल में 24 घंटे में रिकॉर्ड 91.6 मिमी पानी गिर गया। इस सीजन में राजधानी में अब तक 167.3 मिमी बारिश हो चुकी है। इससे पहले वर्ष 2013 में सीजन में सबसे ज्यादा 166.7 मिमी बारिश हुई थी। बुधवार शाम बारिश के बाद गुरुवार सुबह से धूप निकलने से उमस बढ़ गई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साह ने बताया कि उमस बढ़ने से देर शाम को एक बार भोपाल में पानी गिर सकता है। इसके अलावा रायसेन, सीहोर और भोपाल से लगे जिलों में ज्यादा बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
भोपाल में बुधवार शाम 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार हवाएं चलने से शहर में कई जगह बिजली चली गई, तो कई पेड़ और पोल गिर गए। रात को कई इलाकों में बारिश का पानी भरने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुरुआती डेढ़ घंटे में ही भोपाल में 15 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी थी। गोविंदपुरा इलाके में पेड़ गिरने से कुछ नुकसान हुआ। इसके बाद रात को रुक-रुककर पानी गिरता रहा। इस इस सीजन में एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इधर, बैरागढ़ में रात को 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं। बुधवार रात का तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम 21.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
मौसम विभाग ने जबलपुर, होशंगाबाद और इंदौर में बारिश की संभावना बताई है। प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश की संभावना बन रही है। हालांकि, अभी भोपाल और उसके आसपास के जिलों में अधिक बारिश की संभावना है। इधर, प्रदेश में 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश पश्चिमी मध्यप्रदेश के सिंगरौली में 152.6 मिमी बारिश हुई। इसके बाद भोपाल में 91.6 मिमी, नरसिंहगढ़ में 90 मिमी, सीहोर में 78.2 मिमी और विदिशा में 60.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।