मध्यप्रदेश: भोपाल में बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ, अब घर-घर सर्वे कराएगी सरकार

मध्यप्रदेश में 12 हजार कोरोना संक्रमित मरीज और 500 से ज्यादा मौत की घटना ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. खासकर राजधानी भोपाल में आउट ऑफ कंट्रोल होते कोरोना ने सरकार की नींद उड़ा दी है. यही वजह है कि अब शिवराज सरकार भोपाल में कोरोना संक्रमितों की जानकारी के लिए डोर-टू-डोर सर्वे कराने जा रही है.


सूबे के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 'आजतक' से बात करते हुए बताया कि 'इसका पायलट प्रोजेक्ट अगले हफ्ते भोपाल से शुरू होगा, जिसमें हर एक वार्ड में घर-घर जाकर सर्दी-खांसी, जुकाम वाले संदिग्ध मरीज देखे जाएंगे. यह टीम एक साथ एक ही दिन में हर एक घर का रिकॉर्ड तैयार करेगी जिसमें परिवार के सदस्य का किसी कोरोना संक्रमित से कॉन्टेक्ट हिस्ट्री जैसी तमाम जानकारियां जुटाई जाएंगी. इसका उद्देश्य कोरोना को एक तरफ से खत्म करना है. भोपाल को हम मॉडल बनाएंगे और फिर यही भोपाल मॉडल पूरे प्रदेश मे लागू करेंगे.'


लॉकडाउन के बाद जब से अनलॉक शुरू हुआ है, तभी से खासतौर पर भोपाल में रोजाना कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है. मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट इंदौर भी रोज के आंकड़ों में भोपाल से पीछे चला जा रहा है. भोपाल में कुल मामले 2556 में से अनलॉक के दौरान 1 से 23 जून के बीच 1097 यानी करीब 45 फीसदी मामले सामने आए हैं. इसी के चलते भोपाल में शनिवार और रविवार को मार्केट पूरी तरह बंद रखे जा रहे हैं.


आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में अबतक कोरोना के कुल मामले 12,261 हो गए हैं. वहीं मध्यप्रदेश में कोरोना की वजह से मृतकों की संख्या बढ़कर 525 हो गई है. मध्यप्रदेश में अबतक 9335 लोग कोरोना को हराकर स्वस्थ हो चुके हैं और अपने घर जा चुके हैं. फिलहाल मध्यप्रदेश में एक्टिव कोरोना केस की संख्या 2,401 है.


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