5 जुलाई रविवार के दिन इस साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. एक महीने के अंदर ही लगने वाला ये तीसरा ग्रहण है. यह ग्रहण वास्तविक चंद्र ग्रहण ना होकर एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा. उपछाया चंद्र ग्रहण को धार्मिक लिहाज से बहुत ज्यादा मान्यता नहीं दी जाती है. 5 जुलाई को लगने वाला उपछाया चंद्र ग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा जो 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा.
5 जुलाई को लगने वाला ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण होगा. शास्त्रों में उपछाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण नहीं माना जाता है. इसलिए इस दिन कोई भी कार्य करने पर प्रतिबंध नहीं होगा. हालांकि ज्योतिषविद थोड़ी बहुत सावधानी बरतने की सलाह जरूर देते हैं. यह ग्रहण धनु राशि में पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के दौरान, शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को लगेगा. खास बात ये है कि इसी दिन गुरू पूर्णिमा भी है. इस उपछाया चंद्रग्रहण को धनुर्धारी चंद्रग्रहण भी कहा जा रहा है.
5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक महीने के अंदर ही लगने वाला तीसरा ग्रहण होगा. 5 जून को चंद्र ग्रहण लगा था, 21 जून को सूर्य ग्रहण और अब 5 जुलाई को फिर चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. ज्योतिर्विद भूषण कौशल से जानते हैं कि 30 दिनों के अंदर तीन ग्रहण का देश-दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा.