राजधानी भोपाल में रोजाना कोरोना के 200 से ज्यादा नए मरीज मिलने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसलिए अब मध्य प्रदेश सरकार कोरोना के नियंत्रण के लिए प्रभावी तरीके से काम शुरू कर रही है। गृह मंत्री ने गुरुवार को ऐलान किया कि आज से भोपाल में हर रोज 2500 हजार कोरोना टेस्ट होंगे।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किल कोरोना अभियान का लक्ष्य है कि इससे हर एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर ली जाए। मिश्रा ने ट्वीट के जरिए कहा- ‘किल कोरोना अभियान का लक्ष्य है कि भोपाल में कोरोना से संक्रमित एक-एक व्यक्ति की पहचान कर ली जाए। इसलिए आज से भोपाल में रोजाना 2500 टेस्ट किए जाएंगे। प्रत्येक व्यक्ति को टेस्ट कर भोपाल को मुक्त करें यही सरकार की मंशा है।’
कांग्रेस ने गृह मंत्री मिश्रा और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की फोटो पोस्ट करके कहा था कि ये कैसी सोशल डिस्टेंसिंग हैं। न चेहरे पर मास्क है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग। इस पर मिश्रा ने ट्वीट कर कहा है कि ‘जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है आप लोगों ने कभी मुझे इस थ्री लेयर गमछे के अलावा नहीं देखा होगा। मैं कांग्रेस के नेताओं से प्रार्थना करता हूं कि वे 11 हजार रुपए गरीबों को बांट दें। मैं पूरी तरह से गाइडलाइन का पालन करने की कोशिश करता हूं, करता था, करता रहूंगा।’
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है ‘हमें प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गतिमान भी करना है। इसके लिए पूरी तरह जनता को कोविड-19 के संबंध में जागरूक करना होगा तथा सर्वोत्तम उपचार व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। प्रदेश में कोरोना की भावी रणनीति ‘लॉकडाउन माइनस’ होना चाहिए। अर्थात ऐसी रणनीति बनाई जाए जिसमें बिना लॉकडाउन किए कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।’
भोपाल में हर रोज 200 से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं और लॉकडाउन के छह दिन बीत गए हैं, लेकिन कोरोना के मरीजों में कोई कमी नहीं आई है। बल्कि संक्रमण की रफ्तार पहले के मुकाबले बढ़ गई है।