राजधानी में टोटल लॉकडाउन के ठीक एक दिन पहले शुक्रवार को लोग अगले 10 दिन नहीं, बल्कि पूरे महीने के हिसाब से जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजार पहुंच गए। इस खरीदी पर लॉकडाउन के दौरान आने वाले रक्षाबंधन और ईद का भी असर देखने को मिला। नतीजा ये हुआ कि बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी। खास तौर से सब्जी व्यापारियों ढाई से तीन गुना ज्यादा दाम पर सब्जी बेची। हालांकि उनका तर्क था कि मंडी से ही उन्हें सब्जी महंगी मिली है। न्यू मार्केट, चौक बाजार, बैरागढ़ और कोलार आदि बाजारों में खास तौर से राखी और किराने की दुकानों पर पैर रखने की भी जगह नहीं थी। व्यापारी भी ज्यादा से ज्यादा सामान बेच देने की कोशिश में थे तो लोग भी सारी खरीदारी अभी ही कर लेना चाह रहे थे।
अनलॉक में पहली बार ऐसी भीड़
जून से शुरू हुए अनलॉक के बाद पहली बार इतनी भीड़ बाजार में देखी गई। किराने की जिन दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोले बने हुए थे उनका कोई मतलब नहीं रह गया था। दुकानदारों ने खुद की सुरक्षा के लिए रस्सी जरूर बांध रखी थी। लेकिन राखी की दुकानों पर तो वह भी नदारद थी।
नए शहर में दानिश नगर, रजत नगर, मिसराेद, भेल संगम, साकेत नगर, शक्ति नगर, छह नंबर स्टाॅप और पुराने शहर में जुमेराती, हनुमानगंज में किराना दुकानाें पर सुबह से शाम तक भीड़ कम नहीं हुई। राेजमर्रा की वस्तुअाें तेल, दाल, चावल, शक्कर, साबुन, तेल, क्रीम के अलावा बिस्किट्स, टाेस्ट, ड्रायफ्रूट्स, नमकीन सेव, मिक्चर की डिमांड ज्यादा हाेने से दाेपहर 1:30 बजे ही सामान खत्म हाे गया था।
लाॅकडाउन के दाैरान किसी व्यक्ति काे अकेले निकटतम सेवा प्रदाता या दुकान तक जाने के लिए पास की जरूरत नहीं हाेगी। अगर काेई व्यक्ति ई पास लेकर शहर से बाहर जा रहा है या शहर में आ रहा है तो वाहन में पूरी क्षमता के हिसाब से सवारी बैठ सकती हैं। दोपहिया वाहन पर सामान्य परिस्थिति में वाहन में केवल एक ही व्यक्ति जाएगा।