जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है। 14 जुलाई तक इंदौर में कोरोना के 5496 मरीज सामने आ चुके हैं। जहां एक ओर संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है तो दूसरी ओर संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटरों की संख्या लगातार कम की जा रही है। अप्रैल में क्वारैंटाइन सेंटरों की संख्या 43 थी, जो वर्तमान में घटकर मात्र 4 रह गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, 14 जुलाई को इंदौर में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 1144 थी, जिनका उपचार विभिन्न कोविड अस्पतालों में किया जा रहा है। इन पॉजिटिव मरीजों के परिजनों और निकट संपर्क में आए लोगों को संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटर में रखने के बजाय उनके घरों में ही क्वारैंटाइन किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नए नियमों के तहत कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वजन और परिचितों में से सिर्फ उन्हीं को संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है जिनके घर काफी छोटे हैं और जहां शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में रामकृष्ण बाग, रिवाज गार्डन, एमरल्ड गार्डन और कमल कुंज में संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटर संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा सेवाकुंज अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। सीएमएचओ कार्यालय के अनुसार, कोरोना संक्रमण की शुरुआत से लेकर अब तक 4825 लोगों को संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटरों से डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसमें से 33 लोगों को तो मंगलवार को ही डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में इंदौर में 200 से अधिक परिवारों को होम आईसोलेट कर रखा गया है।
कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले संदिग्धों से अन्य स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमण ना फैले इसे रोकने के लिए संदिग्ध व्यक्तियों को 14 दिनों के लिए संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटरों में रखने की व्यवस्था की गई थी। महामारी के शुरुआती दौर में इन संस्थागत क्वारैंटाइन सेंटरों से ही 40 फीसदी कोरोना के मरीज सामने आए थे।
93 नए मरीज मिले, जबकि 5 की मौत
इंदौर पूरी तरह खुलने के बाद कोरोना मरीजों के बढ़ने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। रिपोर्ट में 93 नए मरीज मिले, जबकि 5 की मौत हो गई। एक दिन में मिले मरीजों के लिहाज से ये जून और जुलाई में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। हालांकि 3158 सैंपल्स की जांच भी हुई, जिसमें 3039 की रिपोर्ट निगेटिव आई। यानी पॉजिटिव रेट 2.94 के आसपास ही रहा। इधर, जून के मुकाबले जुलाई में ज्यादा ही मरीज मिल रहे हैं। जुलाई के शुरुआती 9 दिन में 353 मरीज मिले तो हाल के 5 दिन में ही 409 मरीज मिल चुके हैं। 14 दिन में 762 मरीज सामने आए हैं। अब तक 4074 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, 1144 (एक्टिव मरीज) का इलाज चल रहा है। कुल मरीज 5496 हो गए।
इसी बीच, दुकान खोलने के लिए लेफ्ट-राइट का नियम मंगलवार से लागू हो गया। इसकी जांच के लिए प्रशासन और निगम की टीम ने दौरा किया और इसमें 23 संस्थानों पर स्पाॅट फाइन लगाया गया। प्रतिबंधात्मक आदेश का पालन कराने के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम बाजारों में घूमी। जवाहर मार्ग, सीतलामाता बाजार, बियाबानी रोड, मारोठिया में स्पॉट फाइन की कार्यवाही की गई। कलेक्टर मनीष सिंह ने लेफ्ट-राइट की व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संबंधित बाजार एसोसिएशन की रहेगी।