भोपाल जिले में अब तक औसत से 90 मि.मी कम बारिश हुई है। 1 जून से 6 अगस्त तक 420.38 मिमी बारिश हुई है। वहीं पिछले साल इसी अवधि में 510.63 मिमी बारिश हुई थी। प्रदेश में जुलाई में हुई कम बारिश का असर यह रहा कि प्रदेश के लगभग 20 जिले ऐसे हैं, जहां आज की स्थिति में सामान्य से कम पानी बरसा है। वहीं, प्रदेश की औसत बारिश 13% कम है। हालाकि मौसम विभाग मानना है कि अगस्त और सितंबर के महीने में अच्छी बारिश के संकेत हैं।
भोपाल में गुरुवार को सुबह 8:30 बजे की स्थिति में 4.64 मिमी औसत बारिश रिकॉर्ड की गई है। जिले में इस साल 1 जून से 6 अगस्त तक 420.38 मिमी औसत बारिश हुई।अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि अब तक बैरागढ़ में 596.70 मि.मी, बैरसिया में 312.44 तथा कोलार में 352.00 मि.मी. बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। गत वर्ष इसी अवधि में 510.63 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी।
दक्षिण पश्चिम मानसून के एक बार फिर मध्यप्रदेश में सक्रिय हो जाने के चलते राज्य के अधिकतर स्थानों पर हो रही बारिश के बीच आगामी 24 घंटे के दौरान रीवा, सतना कटनी, छिंदवाड़ा, सागर, सिवनी, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, शाजापुर, आगर, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर और श्योपुरकलां के अधिकांश इलाकों भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्र में कल रात में कुछ देर की लिए हल्की से मध्यम वर्षा हुयी। सुबह से आसमान में बादल छाए रहे, दोपहर बाद हल्की बौछारें पड़ी। इसके चलते यहां मौसम में गर्मी से राहत रही। अगले 24 घंटों के दौरान बारिश या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।