देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोज तेजी से बढ़ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुछ राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लिहाजा उन्हें कोरोना संक्रमण के मामलों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से होने वाली मौतों का एक विश्लेषण भी किया है जिसमें पता चला है कि इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने से पुरुषों की ज्यादा मौतें हुई हैं जबकि महिलाएं कम प्रभावित रही हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को बताया कि कोरोना मृत्यु दर के विश्लेषण के मुताबिक वायरस की चपेट में आने से 67% पुरुष मरीजों की मौत हुई है जबकि वहीं 32% महिला मरीजों ने जान गंवाई है.
आयु के लिहाज से देखा जाए तो कोरोना की चपेट में आकर 50 फीसदी उन लोगों की मौत हुई है, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है. 45-60 वर्ष की आयु में 37% मौतें हुई हैं. 26-44 वर्ष की आयु में 11% मौतें हुई हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना से महाराष्ट्र में 67%, दिल्ली में 69% और तमिलनाडु में 85 % मौतें हुई हैं.
वेंटीलेटर इसकी लागत 10-20 लाख रुपये आ रही है. विदेशों से इसके पार्ट्स आयात किए जा रहे हैं. मंत्रालय ने मार्च 2020 में 60,000 आवश्यक वेंटिलेटर का अनुमान लगाया था. राजेश भूषण ने बताया कि 18,000 वेंटिलेटर राज्यों में पहुंच गए हैं. हालांकि पूरे देश में केवल 0.27% कुल एक्टिव मरीज वेंटिलेटर पर थे. कुल कोरोना मामलों में देश के 50 जिलों की हिस्सेदारी 60 फीसदी है.
भारत में तीन वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है. भारत बॉयोटेक की वैक्सीन का पहले चरण का ट्रायल पूरा हो चुका है. दूसरे चरण का ट्रायल शुरू हुआ है. वहीं Zydus Cadila के डीएनए वैक्सीन का पहला चरण पूरा हो चुका है. दूसरे चरण का भारत में 11 जगहों पर ट्रायल चल रहा है. जबकि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के लिए फेज 2-3 के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दी गई है. देश में 17 जगहों पर इसका ट्रायल शुरू हुआ है.