जहां देखो वहां पानी ही पानी, पहली बार एक दिन में खोले गए भोपाल के भदभदा, कोलार, केरवा और कलियासोत के गेट

सावन में खामोश रहा मानसून शुक्रवार रात ऐसा गरजा कि पूरी राजधानी पानी-पानी हो गई। भोपाल में पहली बार एक ही दिन में भदभदा, कोलार, केरवा और कलियासोत के गेट खोले गए। बिना पूर्व सूचना के बांधों से पानी छोड़े जाने से हजारों लोगों की जान सांसत में आ गई।


कोलांस नदी के उफान में आने से बड़ा तालाब के गेट खोल गए। चंद घंटों में कलियासोत के गेट खोले गए। दोपहर में केरवा तो रात को कोलार के डेम के लबालव होते ही गेट खोल दिए गए। भोपाल की अन्य झीलें शाहपुरा, हथाई खेड़ा डेम भी ओवरफ्लो चल रहे हैं।


सबसे ज्यादा भयावह हालात कोलार के दामखेड़ा में बने। यहां घरों का सामान गलियों में बहता देखा गया। लोग छोटे बच्चों और जरूरी सामान को लेकर परेशान होते रहे। दामखेड़ा के आसपास की कुछ कॉलोनियों में भी मकानों में पानी भर गया। कलियासोत का पानी स्वर्ण जयंती पार्क से होते हुए इंडस एम्पायर में घुस गया। कॉलोनी के कई मकानों में पांच फीट तक पानी भरा हुआ था। कुछ परिवार ऊपरी मंजिलों पर शिफ्ट हो गए हैं। महामाई का बाग और पुष्पा नगर के मकानों में भी फिर पानी भर गया।


साकेतनगर, शिवनगर, महामाई का बाग, नयापुरा, बाणगंगा समेत दर्जनों कॉलोनियों में पानी भरने के कारण लोगों की पूरी रात खौफ में गुजरी। सड़कें भी तालाब बन गईं। कोलार के नयापुरा, शाहपुरा लेक, नेहरूनगर, हमीदिया रोड, सैफिया कॉलेज, बाल विहार, भारत टॉकीज, टीला जमालपुरा, अशोक गार्डन, शाहजहांनाबाद, वसुंधरा कॉलोनी, डीआईजी बंगला, छोला क्षेत्र में भी घर-दुकान, थाने व मंदिर के भीतर भी पानी पहुंच गया। इस कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।


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