लगातार तेज बरसात के कारण शहर के कई निचले इलाकों मेें पानी भर गया। सबसे ज्यादा भयावह हालात कोलार के दामखेड़ा में बने। यहां घरों का सामान गलियों में बहता देखा गया। लोग छोटे बच्चों और जरूरी सामान को लेकर परेशान होते रहे। दामखेड़ा के आसपास की कुछ कॉलोनियों में भी मकानों में पानी भर गया। कलियासोत का पानी स्वर्ण जयंती पार्क से होते हुए इंडस एम्पायर में घुस गया। कॉलोनी के कई मकानों में पांच फीट तक पानी भरा हुआ था। कुछ परिवार ऊपरी मंजिलों पर शिफ्ट हो गए हैं। महामाई का बाग और पुष्पा नगर के मकानों में भी फिर पानी भर गया।
भोजपुर रोड के छान गांव में हरिनारायण कीर पत्नी और तीन साल के बेटे के साथ पानी से घिर गए। कच्चे मकान की छत पर पहुंचकर पेड़ की डाली पकड़कर जान बचाई। एनडीआरएफ के 14 सदस्यीय दल ने डेढ़ घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीनों को बचाया।
शुक्रवार रात और शनिवार सुबह बारिश के साथ 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चली। इसके कारण करीब आधे शहर में बिजली सप्लाई प्रभावित हुई। कोलार इलाके की कई कॉलोनियों में तो रातभर बिजली गुल रही। कई जगह सुबह 7 बजे से दोपहर ढाई बजे तक सप्लाई बाधित रही। इसके अलावा 11 केवी क्षमता के 40 फीडराें से नए व पुराने शहर के कई इलाकों में 4-5 घंटे तक बिजली सप्लाई बाधित रही। सात स्थानों पर बिजली लाइनाें पर पेड़ गिरे। कई जगह बिजली के खंभे भी गिर गए। इस दाैरान बिजली के 100 से ज्यादा जंपर व इंसुलेटर भी खराब हुए। रात से सुबह तक 2.5 हजार से ज्यादा शिकायतें पहुंची।