ग्वालियर के दो दिवसीय दौरे पर आए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के रोड शो में भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए। कार्यकर्ता कमलनाथ वापस जाओ के नारे लगा रहे थे। शहर के पड़ाव चौराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। कई मौकों पर पुलिस को लाठियां फटकार कर भीड़ को खदेड़ना पड़ा।
कमलनाथ के 7 किलोमीटर लंबे रोड शो में भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन के सभी नियम टूट गए। हजारों की भीड़ बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के कमलनाथ के स्वागत में सड़कों पर दिखी। इसे ग्वालियर में कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। रोड शो के बाद कमलनाथ ग्वालियर में महारानी लक्ष्मी बाई की समाधि पर गए और श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात की। बता दें कि ग्वालियर-चंबल की 16 सीटों पर उपचुनाव के लिए पार्टी अपनी रणनीति तैयार कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर पर कहा कि पूरी भाजपा उन्हें रोकने में जुटी हुई है। सभी ने पूरी ताकत लगाई कि वह ग्वालियर न आ सकें, लेकिन उन्हें कोई रोक नहीं सकता।
मध्यप्रदेश में 29 सीटों पर उपचुनाव होना है। सिर्फ ग्वालियर-चंबल संभाग में ही 16 सीट हैं। ऐसे में सिंधिया के गढ़ में उपचुनाव को लेकर सियासत भी गर्म है। यहां पोस्टर पॉलिटिक्स भी चरम पर है। कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे के खिलाफ पोस्टर लगा रहे हैं। शुक्रवार को कमलनाथ के विरोध में भाजपा नेता सड़कों पर दिखे, तो इससे पहले कांग्रेस से भाजपा में गए मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता नारे लगाते हुए नजर आए थे। तब मंत्री और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हाथापायी तक हो गई थी।