लो-फ्लोर का संचालन शुरू हो गया है। शुक्रवार को रूट एसआर-1 और एसआर-1ए पर आठ बसों को चलाया गया। सुबह 7 से शाम 7 बजे तक चली इन बसों में 372 यात्रियों ने सफर किया। हालांकि, बसों के लिए यात्रियों को आधा घंटे से भी अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा। बसों का संचालन गुरुवार से शुरू होना था। लेकिन, ड्राइवर और कंडक्टरों के विरोध के चलते गुरुवार को एसआर-1 की दो बसें ही चलाई जा सकी थीं। शुक्रवार सुबह सात बजे भारत माता चौराहा स्थित डिपो से नौ बसें निकाली गईं थीं। लेकिन, एक बस में तकनीकी खराबी आने के कारण उसे वापस खड़ा करना पड़ा। एसआर-1 रूट की बस एमपी 04 पीए 1880 दोपहर 2.40 बजे कोलार रोड पर मंदाकिनी कॉलोनी से बीमाकुंज की ओर बढ़ रही थी। इस दौरान बस में महज एक महिला यात्री थी। कंडक्टर ने बताया कि पूरे रूट पर सवारियों का अभाव है। एक-दो सवारी मिलती है, तो एक-दो लोग उतर जाते हैं। एक फेरे में 20 से 30 सवारी ही मिल रही है।
सुरक्षा का पूरा ध्यान
बीसीएलएल के मुताबिक यात्रियों को बिना मास्क पहने नहीं बैठाया जा रहा है। ड्राइवर-कंडेेक्टर भी मास्क पहने रहते हैं। अभी यात्री कम हैं, ऐसे में लोगों को दूर-दूर बैठाया जा रहा है।
कैसलेस टिकटिंग पर जोर
बसों में यात्रियों को पूरी तरह कैसलेस टिकटिंग के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए बीसीएलएल द्वारा चलो के माध्यम से चलो कार्ड और सुपर सेवर जैसी याेजना के तहत कैसलेस स्कीम को बढ़ावा दिया जा रहा है।
दी जा रही हैं ये स्कीम-फ्री ऑफर कार्ड
100 रुपए में कार्ड बनाया जा रहा है जिसमें 100 रुपए का बैलेंस दिया जा रहा है यानि 50 रुपए कीमत का कार्ड नि:शुल्क दिया जा रहा है।
फ्लेक्सिबल रिचार्ज ऑफर
50 रुपए कीमत का कार्ड 20 रुपए में बनवा कर कितने का भी रिचार्ज करवा सकते हैं।
शुरुआत के हिसाब से रिस्पांस ठीक मिल रहा है। जैसे-जैसे बसों के संचालन की जानकारी लोगों को होगी, यात्री बढ़ेंगे।